सूर्य गृह शांति उपाए

सूर्य गृह शांति मंत्र :

ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः

सूर्य देवता ग्रह है, यह पिता औऱ आत्मा का कारक है, त था ये सरकार से जुडी हर छेत्र मे सूर्य को ही देखा जाता है

सूर्य गृह शांति उपाए :

सूर्य गृह अशांत होने पर सरकारी काम काजो मे अच्छे फालतू नहीँ मिलते, सरकारी नौकरी सूर्य ही दिलाता है, पिता से अच्छे सम्बन्ध होने पर सूर्य गृह सांत होता है,

हर दिन या हो सके तो सिर्फ रविवार को ताम्बे के लोटे मे सूर्य को अर्घ्य देने पर सूर्य से सम्वन्धित दोष शांत होते है, औऱ इसके बिशेष फल प्राप्त होते है |

मंगल गृह शांति उपाए

मंगल गृह शांति मंत्र :

ॐ क्राम क्रीम क्रोम सः भौमाय नमः

मंगल एक देव गृह है, यह साहस, शक्ति तेज, का कारक है, हमारे शरीर मे रक्त कारक मंगल ही है, मंगल भाई, पुत्र, पति का प्रतिनिधित्व करता है

मंगल गृह संत करने के उपाए :

मंगल शांति के लिए ताम्बे के बर्तनो का प्रयोग करना चाहिए, इसके ख़ास परिणाम पाने के लिए हनुमान जी को हर मंगलवार चमेली के तेल मे मिश्रित सिन्दूर अर्पित करना चाहिए तथा, लाल पुष्प के साथ मूंगदल अवश्य चढ़ाये, इससे हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होते है, औऱ सारे मंगल से जुड़े दोष दूर करते है

शनि गृह शांति उपाय

शनि गृह शांति मंत्र :

ॐ प्राम प्रीम प्रौम सः शनिस्चराय नमः

शनि एक क्रूर गृह है, शनि हमारे शरीर मे आँखों के रंग औऱ बालो का कारक है, शनि हमारे कर्मो के आधार पर अपनी दशा अथवा अन्तर्दशा मे मे अच्छे फल देता है |

शनि गृह शांति उपाए

शनि गृह कमजोर होने पर जातक दुराचारी होता है, तथा हरेक इंसान से कटु वाक्यों का प्रयोग करता है, साढ़ेसाती चल रही हो तो यह जाफी कस्टकर साबित होता है, इसलिए साढ़ेसाती के प्रकोप से बचने के लिए सरसो के तेल मे अपना प्रतिबिम्ब देखकर शनि देवता के मंदिर मे वाह तेल अर्पित कर वापस आ जाना चाहिए,

शुक्र गृह शांति उपाय

शुक्र गृह शांति मंत्र :

ॐ द्रां दृम द्रोम सः शुक्राय नमः

शुक्र गृह पति -पत्नी, प्रेमी -प्रेमिका सुख है, अगर शुक्र कमजोर हो तो शादी के बाद जीवनसाथी से मनमुटाव या द्वन्द रहता है, तथा ग्रहस्त सुख के लिए शुक्र विशेष महत्व रखता है,

शुक्र गृह शांति उपाय :

शुक्रवार के दिन मंदिर जाकर शिवलिंग पर गुलाबजल अवश्य अर्पित करे, तथा दस साल से कम उम्र की कन्याओ को शुद्ध घी से बने हलवे अवश्य खिलाय, इसके अतिरिक्त माँ संतोषी की उपासना करे, जिससे आपके शुक्र गृह से संबधित सभी दोष सांत हो जायेंगे

ब्रहस्पति गृह शांति उपाय

बृहस्पति गृह शांति मंत्र :

ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः

बृहस्पति सभी ग्रहो मे सबसे बड़ा गृह है, इसलिए इसका स्थान बाकि सबसे ऊंचा होता है, बृहस्पति गृह कमजोर होने से जीवन संघर्षो से भरा होता है, साथ ही साथ, शादी, तथा संतान होने मे काफी बाधाओ का सामना करना पड़ता है |

बृहस्पति गृह हमारे बड़े बुजुर्ग, तथा गुरु के सामान है, जो हमारे जीवन मे आधार का काम करता है, इसलिए आधार मजबूत करना अति आवश्यक है |

बृहस्पति गृह मजबूत करने के उपाय :

ब्रहस्पतिवार को पिले वस्त्र धारण करके प्रातःकाल भगवान विष्णु को बेसन के लड्डू का भोग लगाए, मंदिर मे पुजारी को दान अवश्य करे, केले के गाछ का पूजन करे, बड़े बुजुर्गो को आदर करे, उनका मान सम्मान करे औऱ हमेशा उनसे आशीर्वाद ग्रहण करे, उनकी समय समय पर मदद करे, जिससे आपको कुछ दिनों बाद ही फल मिलने शुरू हो जायेंगे |

भगवान बृहस्पति जी

बुद्ध गृह शांति उपाय

बुद्ध ग्रह शांति मंत्र :

ॐ ब्रां बृं ब्रौं सः बुधाय नमः

बुद्ध गृह के देवता श्री गणेश जी है जो बुद्धि के कारक है, बुद्ध ग्रह हमारे जीवन की सुख शांति के लिए बिशेष स्थान रखता है, बुद्ध ब्यापार सुख, परिवार मे कन्या संतान सुख तथा धन वैभव देता है, इसलिए यह एक अनिवार्य गृह है,

इस गृह की शांति के लिए बुधवार के दिन कुश के आसान पर बैठकर ऊपर लिखें मंत्रो को उच्चारण करना चाहिए तथा, बुधवार को हरी सब्जी या घर मे हरे मुंग अवश्य खाने चाहिए, जिससे आपके ब्यापार मे उन्नति औऱ नौकरी मे तरक्की के नये रास्ते खुलेंगे |